Monday, March 30, 2015

Existential crisis!


Existential crisis!
अस्तित्व से पंगा!

दो बड़े राक्षस!
लो बड़े राक्षस!
क्यूँ , कौन!

न मैं आधी
न कविता पूरी
हर लमहा नंगा

Existential crisis
अस्तित्व से पंगा

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